Results Shayari 2023
अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी का फ़ैसला
जिस दिए में जान होगी वो दिया रह जाएगा
Results Shayari 2023
परीक्षा हर विद्यार्थी का अच्छा जाता हैं,
पर ना जाने क्यों रिजल्ट ही खराब आता हैं.
Results Shayari 2023
इस Exam का सितम देता हैं बहुत पीड़ा,
अच्छे-अच्छे को बना देता हैं किताबी कीड़ा.
Results 2023 Shayari On Result
Exam के टाइम पढ़ते है सब बनके उल्लू,
इसलिए मिलता हैं सबको बाबा जी का ठुल्लू….
Results 2023 Shayari On Result
परीक्षा का परिणाम तो तब आता है,
जब आप परीक्षा देना सीख जाते हैं !
Exam result shayari in hindi
कुछ विद्यार्थी इतने महान होते हैं
उन्हें परीक्षा के समय ही सबसे ज्यादा नींद आती हैं.
Shayari result 2023
कहिए तो आसमां को जमीन पर उतार लाएं
मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर, ठान लीजिए
Shayari result 2023
मैं बोलता गया हूँ वो सुनता रहा ख़ामोश
ऐसे भी मेरी हार हुई है कभी कभी
Shayari result
वक़्त की गर्दिशों का ग़म न करो
हौसले मुश्किलों में पलते हैं
रिजल्ट शायरी इन हिंदी
तीर खाने की हवस है तो जिगर पैदा कर
सरफ़रोशी की तमन्ना है तो सर पैदा कर
result shayari
नाज़ क्या इस पे जो बदला है ज़माने ने तुम्हें
मर्द हैं वो जो ज़माने को बदल देते हैं
Result shayari in hindi
न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा
हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा
Exam result shayari
जलाने वाले जलाते ही हैं चराग़ आख़िर
ये क्या कहा कि हवा तेज़ है ज़माने की
Results shayari
गुमशुदगी ही अस्ल में यारो राह-नुमाई करती है
राह दिखाने वाले पहले बरसों राह भटकते हैं
Shayari on exam result
वो पूछता था मिरी आँख भीगने का सबब
मुझे बहाना बनाना भी तो नहीं आया
परीक्षा परिणाम शायरी
ग़ुलामी में न काम आती हैं शमशीरें न तदबीरें
जो हो ज़ौक़-ए-यक़ीं पैदा तो कट जाती हैं ज़ंजीरें
Result par shayari
चाहिए ख़ुद पे यक़ीन-ए-कामिल
हौसला किस का बढ़ाता है कोई
result shayri
उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिए
कि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए
Exam shayari in hindi
कपड़े सफ़ेद धो के जो पहने तो क्या हुआ
धोना वही जो दिल की सियाही को धोइए
एग्जाम रिजल्ट शायरी
अपना ज़माना आप बनाते हैं अहल-ए-दिल
हम वो नहीं कि जिन को ज़माना बना गया
Exam Result quotes in hindi
जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा
किसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता
all the best shayari for exam in hindi
ऐ मौज-ए-बला उन को भी ज़रा दो चार थपेड़े हल्के से
कुछ लोग अभी तक साहिल से तूफ़ाँ का नज़ारा करते हैं