International Women’s Day Shayari in Hindi

क्यों कहती है दुनिया की नारी कमजोर है
अरे आज भी उनके हाथो घर चलाने की डोर है
International Women’s Day Shayari
कुछ लोग कहते है की नारी का कोई घर नहीं होता
अरे आप ये क्यों नहीं समझते की नारी के बिना कोई घर ही नहीं होता
International Women’s Day
औरत जो समझता था खिलौना
उस शख्स को दामाद भी वैसा ही मिला
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस शायरी हिंदी में
अपमान मत करना नारियो का
इनके बल पर तो जग चलता है
अरे मर्द जन्म लेकर इन्ही की तो गोद में पलता है
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस शायरी
औरत कभी खिलौना नहीं होती
परमात्मा के बाद पूजनीय औरत ही होती है
जो मौत की गौद में जाकर जिंदगी को जन्म देती है
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
कुछ माँगा नहीं कुछ चाहा नहीं
बदला बस खुद को की रिश्ता टूट ना जाये कही
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